मिथ : गर्भावस्था में केवल दो के लिए खाना चाहिए।
सच्चाई: स्वस्थ आहार जरूरी है, लेकिन जरूरत से ज्यादा खाने से वजन बढ़ सकता है और स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं।


मिथ : गर्भावस्था में नारियल खाने से बच्चा गोरा होता है।
सच्चाई: त्वचा का रंग अनुवांशिकी पर निर्भर करता है, किसी भोजन का उस पर असर नहीं होता।


मिथ : गर्भवती महिला को पपीता और अनानास नहीं खाना चाहिए।
सच्चाई: पका पपीता और अनानास सुरक्षित मात्रा में खाया जा सकता है।


मिथ : पेट के आकार से बच्चे का लिंग पता लगाया जा सकता है।
सच्चाई: पेट का आकार महिला के शरीर और बच्चे की स्थिति पर निर्भर करता है, लिंग नहीं बताया जा सकता।


मिथ : गर्भावस्था में बालों का रंग करना सुरक्षित नहीं है।
सच्चाई: ज्यादातर मामलों में हल्का रंग करना सुरक्षित होता है, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।


मिथ : गर्भावस्था में चलने-फिरने से गर्भपात का खतरा होता है।
सच्चाई: हल्की-फुल्की एक्सरसाइज और चलना-फिरना फायदेमंद होता है।


मिथ : बिस्तर पर केवल सीधे लेटना चाहिए।
सच्चाई: बाईं ओर करवट लेकर सोना सबसे अच्छा होता है, खासकर गर्भावस्था के अंतिम महीनों में।


मिथ : गर्भावस्था के दौरान उड़ान भरना खतरनाक है।
सच्चाई: अधिकतर मामलों में, डॉक्टर की सलाह से दूसरी तिमाही में यात्रा सुरक्षित होती है।


मिथ : बच्चा गोरा हो इसके लिए दूध में केसर मिलाकर पीना चाहिए।
सच्चाई: केसर से स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, लेकिन रंग में बदलाव नहीं होता।


मिथ : गर्भावस्था में यौन संबंध रखना बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है।
सच्चाई: गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित यौन संबंध सामान्यतया सुरक्षित होते हैं, पर डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।


मिथ : सुबह की उल्टी सिर्फ सुबह होती है।
सच्चाई: यह किसी भी समय हो सकती है और सभी गर्भवती महिलाओं को महसूस नहीं होती।


मिथ : अगर गर्भवती महिला की त्वचा दमक रही हो, तो लड़की होती है।
सच्चाई: त्वचा का रंग और चमक हार्मोन्स के कारण बदलता है, लिंग से नहीं।


मिथ : पहला बच्चा सीज़ेरियन से हुआ तो दूसरा भी सीज़ेरियन ही होगा।
सच्चाई: दूसरी डिलीवरी सामान्य हो सकती है, डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करता है।


मिथ : गर्भवती महिला को रोज बादाम खाना चाहिए, इससे बच्चा होशियार होता है।
सच्चाई: बादाम से पोषण मिलता है, लेकिन होशियारी अनुवांशिक गुणों पर निर्भर करती है।


मिथ : गर्भवती महिला को ज्यादा मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए।
सच्चाई: अगर महिला को कोई असुविधा नहीं हो रही हो तो मसालेदार खाना खाया जा सकता है।


मिथ : गर्भावस्था में बुरी चीज़ों को देखने से बच्चे पर असर पड़ता है।
सच्चाई: यह एक मानसिक अवधारणा है और इसका बच्चे पर कोई असर नहीं पड़ता।


मिथ : गर्भावस्था में पेट पर बालों का बढ़ना लड़के का संकेत है।
सच्चाई: बालों का बढ़ना हार्मोनल बदलावों के कारण होता है, न कि बच्चे के लिंग से।


मिथ : गर्भावस्था में खट्टा खाने से लड़का होता है।
सच्चाई: खट्टे खाने की इच्छा हार्मोनल बदलावों से होती है, न कि लिंग से।


मिथ : गर्भवती महिला को अपनी इच्छाओं को पूरा करना चाहिए, वरना बच्चा जिद्दी बनता है।
सच्चाई: यह एक पुरानी मान्यता है और इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।


मिथ : गर्भवती महिला को भूखा नहीं रहना चाहिए, नहीं तो बच्चा कमज़ोर होता है।
सच्चाई: जरूरी है कि महिला पोषणपूर्ण भोजन ले, लेकिन नियमित अंतराल पर खाना उचित होता है।


इन मिथ के बावजूद, गर्भावस्था के दौरान सही जानकारी और डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करना चाहिए।

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