गर्भावस्था के अंतिम चरण में, प्रत्येक गर्भवती महिला के मन में यह सवाल उठता है कि प्रसव के लक्षण कैसे पहचाने जाएं। यह जानना बहुत जरूरी है, ताकि सही समय पर चिकित्सा सहायता प्राप्त की जा सके। इस लेख में हम प्रसव के सामान्य और विशेष लक्षणों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।


1. मूलभूत प्रसव के लक्षण (Early Signs of Labor)

प्रसव के प्रारंभिक लक्षण गर्भावस्था के 37वें सप्ताह के बाद दिखाई दे सकते हैं। इन लक्षणों को पहचानकर आप जान सकती हैं कि प्रसव निकट है।

1.1 ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन (Braxton Hicks Contractions)

यह झूठे संकुचन होते हैं जो गर्भावस्था के अंतिम महीनों में महसूस होते हैं। ये अनियमित होते हैं और आमतौर पर थोड़ी देर में खत्म हो जाते हैं। अगर ये संकुचन नियमित और दर्दपूर्ण हो जाएं, तो यह असली प्रसव का संकेत हो सकता है।

1.2 शिशु का नीचे खिसकना (Baby Dropping)

गर्भ के अंतिम दिनों में शिशु का सिर नीचे की ओर खिसकने लगता है। इसे “लाइटनिंग” भी कहते हैं। इससे पेट का भार कम महसूस हो सकता है, लेकिन श्रोणि (pelvis) क्षेत्र में दबाव बढ़ जाता है।

1.3 बलगम प्लग का गिरना (Losing the Mucus Plug)

गर्भाशय के मुंह पर बलगम प्लग शिशु को संक्रमण से बचाता है। प्रसव के करीब, यह प्लग योनि से बाहर आ सकता है। इसमें हल्का खून भी हो सकता है, जिसे “ब्लडी शो” कहा जाता है।

1.4 पीठ दर्द और असुविधा (Back Pain and Discomfort)

निचले हिस्से में दर्द और असहजता प्रसव का संकेत हो सकता है, खासकर अगर यह लगातार बढ़ रहा हो।


2. सक्रिय प्रसव के लक्षण (Active Labor Signs)

जब गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) का विस्तार शुरू होता है और संकुचन तेज हो जाते हैं, तो यह सक्रिय प्रसव की शुरुआत का संकेत होता है।

2.1 नियमित और दर्दपूर्ण संकुचन (Regular and Painful Contractions)

  • संकुचन हर 5-10 मिनट में आते हैं।
  • प्रत्येक संकुचन 30-60 सेकंड तक रहता है।
  • ये धीरे-धीरे अधिक दर्दनाक और निकटतम अंतराल वाले हो जाते हैं।

2.2 पानी का फटना (Water Breaking)

जब एम्नियोटिक थैली फट जाती है, तो योनि से तरल पदार्थ का रिसाव होता है। यह प्रसव का स्पष्ट संकेत है। कभी-कभी पानी एक बार में बहता है और कभी धीरे-धीरे रिसता है।

2.3 गर्भाशय ग्रीवा का खुलना (Cervical Dilation)

डॉक्टर या दाई यह जांचकर बता सकते हैं कि गर्भाशय ग्रीवा कितनी खुल चुकी है। प्रसव के लिए ग्रीवा का 10 सेंटीमीटर तक खुलना आवश्यक होता है।


3. तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता वाले लक्षण

कभी-कभी प्रसव में जटिलताएं हो सकती हैं। अगर निम्नलिखित लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

  • अत्यधिक रक्तस्राव।
  • तेज और लगातार पेट दर्द।
  • शिशु की हलचल अचानक कम हो जाना।
  • बुखार या संक्रमण के लक्षण।

4. प्रसव की तैयारी के सुझाव (Preparation for Delivery)

प्रसव के संकेतों को पहचानने के साथ-साथ इन बातों का ध्यान रखें:

  • अस्पताल के लिए एक “डिलीवरी बैग” तैयार रखें।
  • डॉक्टर के दिए निर्देशों का पालन करें।
  • सही सांस लेने की तकनीक सीखें, ताकि प्रसव के दौरान मदद मिले।

निष्कर्ष

प्रसव के लक्षण हर महिला के लिए अलग हो सकते हैं। यह समझना जरूरी है कि आपका शरीर कैसे संकेत दे रहा है। यदि आपको कोई संदेह हो, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। प्रसव के इन लक्षणों को जानकर आप तनावमुक्त रह सकती हैं और अपने बच्चे के स्वागत के लिए तैयार हो सकती हैं।

नोट: यह article केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी चिकित्सा समस्या के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।

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